नया जन्म पाए हुए लोगों के विश्वास और साधारण मसीही के विश्वास में स्पष्ट अन्तर है: पहले के लोग जानते है और विश्वास करते है की परमेश्वर ने हमारे सारे पापों को दूर किया है, और नए अपने खुद के विचार से यीशु पर एक धार्मिक रीति के मुताबिक़ विश्वास करते है। फिर भी जो लोग केवल धार्मिक रीति से परमेश्वर पर विश्वास करते है वे बहुत ज्यादा समृध्ध है और जो लोग सच्चे सत्य का प्रचार करते है वे इन लोगों की झूठी शिक्षाओं को और उनको समृध्ध बनते हुए देख कर निरुत्साहित होते है। वे लोग निरुत्साहित है क्योंकि वे लोग स्पष्ट रूप से जानते है की बहुत सारे मसीही लोग झूठी धार्मिक बातों में फसे है।
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मैं होमबलि की वेदी पर प्रगट हुए सत्य के बारे में बात करना चाहता हूँ। जब इस्राएल के लोग परमेश्वर की व्यवस्था और आज्ञा...
उत्पत्ति के पुस्तक के अध्याय १७ में, परमेश्वर ने अब्राहम से ख़तने की वाचा बाँधी थी जो हमें आत्मिक ख़तना दिखाती है जिसके द्वारा...
हिब्रू में प्रभु का नाम याहवेह है, पारंपरिक तौर पर यहोवा, और याहवेह का मतलब होता है की जिसका अस्तित्व खुद से है, सृष्टिकर्ता...